NEET Result Controversy: इस बार हुई नीट परीक्षा में कई छात्रों का एक ही सवाल था कि इस बार परीक्षा के पेपर चेक करने में ढिलाई बरती जा रही है, जिसके चलते कई छात्रों ने कहा कि 2024 के बच्चों के लिए नीट परीक्षा एक बार फिर से आयोजित की जानी चाहिए, ताकि वे लोग इस परीक्षा में हिस्सा ले सकें जिनके चैटिंग से मार्क्स गिरे हैं वो आगे आएंगे। आपने ये खबर तो सुनी ही होगी कि इस बार NEET परीक्षा में कुछ गड़बड़ है।
नीट देने वाले छात्रों ने कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया और पेपर चेक करने वाले शिक्षकों पर आरोप लगाया कि उन्होंने पेपर ठीक से नहीं जांचे। इन सब को देखते हुए नीट समुदाय ने एक कॉन्फ्रेंस में कहा है कि जिन 1600 छात्रों के पेपर दिए गए हैं ग्रेस मार्क्स उस कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट किया गया है कि हम एक बार फिर से परीक्षा आयोजित करेंगे लेकिन जो अन्य छात्र हैं उनके लिए दोबारा नेट परीक्षा नहीं होगी। उन्होंने कॉन्फ्रेंस में कहा कि 1600 छात्र जो ग्रेस मार्क्स के दायरे में आ रहे हैं, जरूरत पड़ने पर सिर्फ उनके लिए दोबारा परीक्षा दी जा सकती है। (NEET Result Controversy News)
इस बार यह बात सामने आ रही है कि NEET के रिजल्ट में कुछ घोटाला हुआ है क्योंकि इस बार NET के रिजल्ट में यह बात सामने आ रही है कि 1600 छात्रों को गलत रूट दिए गए हैं और बताया गया है कि कई छात्रों को कम अंक भी मिले हैं।
सभी लड़कों का कहना है कि एक ही सेंटर से कम से कम 60 से 70 लड़कों को ज्यादा नंबर मिले हैं, जबकि लड़कों का कहना है कि इस सेंटर में पेपर दोबारा कराने या परीक्षा दोबारा कराने को लेकर बकझक हुई होगी। इसको लेकर पिछले तीन-चार दिनों से नीट के छात्रों पर हमले हो रहे हैं और साथ ही कई जगहों पर आंदोलन भी शुरू हो गए हैं।
इन सभी बातों को देखते हुए नेट कमेटी ने कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया है कि ग्रेसमार्क के तहत आने वाले सोलह सौ छात्रों के पेपर दोबारा जांचे जायेंगे। सम्मेलन में स्पष्ट किया गया कि जिन सोलह सौ विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा देने की जरूरत नहीं है, उन्हें दोबारा परीक्षा देने की जरूरत नहीं है।
इन सभी मामलों में, कई छात्रों ने मांग की है कि इस बार नेट परीक्षा दोबारा होनी चाहिए ताकि इस बार भी उन्हें समान अंक मिलें और कोई चैटिंग न हो। लेकिन समिति ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी बच्चों की दोबारा परीक्षा कराना उचित विकल्प नहीं है, इसलिए उन्होंने स्पष्टीकरण दिया है कि केवल 1600 छात्रों की दोबारा परीक्षा ली जा सकती है और साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी परीक्षा नहीं होगी। अन्य बच्चों के लिए पुनः परीक्षा।