UP Government Exams Paper Leak: चुनाव के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में काम शुरू किया तो सबसे पहले उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए बेरोजगारी की ओर एक नया कदम उठाया। साथ ही ज्यादा से ज्यादा सरकारी नौकरियां दिलाने का भी वादा किया। क्योंकि शुरुआत से ही यूपी सरकार का प्रदर्शन अच्छा नहीं था यूपी सरकार कई क्षेत्रों में पिछड़ रही थी।
शिक्षा के बाद, योगी आदित्यनाथ ने फैसला किया है कि वह यूपी में उन बेरोजगार लोगों की मदद के लिए सहकारी रिक्तियों की भर्ती जल्द से जल्द शुरू करेंगे और पेपर भी शुरू करेंगे। सही आदित्यनाथ ने समझाया है कि इस परीक्षा को देने के बाद आप सरकारी नौकरी पा सकते हैं।
पिछली बार जब सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी तो सरकारी नौकरियों के सैकड़ों पेपर लीक हो गए थे, इसलिए इस बार योगी आदित्यनाथ ने सावधानी बरतते हुए नए बदलाव किए हैं ताकि पेपर लीक न हो और युवाओं को अच्छी सरकारी नौकरियां मिलें।
पिछली बार जब योगी आदित्यनाथ यानी यूपी सरकार ने यूपी में सरकारी परीक्षाएं आयोजित की थीं तो परीक्षाओं में पेपर लीक होने का सिलसिला चल पड़ा था। तो वहीं चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकारी नौकरियों के लिए जिन लोगों की परीक्षा होगी उनमें किसी भी तरह की धोखाधड़ी और पेपर लीग न हो इसका ध्यान खुद योगी आदित्यनाथ ही रखेंगे।
उन्होंने इन विषयों पर विशेष ध्यान दिया है क्योंकि पेपर लीक के कारण जरूरतमंद छात्रों को सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती है और केवल चैट करने वाले लोगों को ही सरकारी नौकरी मिलती है, इस बार परीक्षाओं में सख्त कार्रवाई होगी।
सही आदित्यनाथ कुछ कानून भी लाने जा रहे हैं जिसके तहत इन मामलों में पकड़े गए किसी भी व्यक्ति को अधिकतम सजा का सामना करना पड़ेगा और कुछ मामलों में जेल भी जाना पड़ेगा ताकि सरकारी नौकरी परीक्षा और पेपर लीग में धोखाधड़ी को कम किया जा सके। योगी आदित्यनाथ ने यह भी साफ कर दिया कि अगर इस संबंध में कोई सरकारी कार्रवाई नहीं की गई तो आगे से परीक्षाओं में नकल और पेपर लिंक जारी रहेंगे, इसलिए इन चीजों को देखते हुए जल्द से जल्द सरकारी कार्रवाई की जाएगी और नए कानून बनाए जाएंगे।
इसलिए पेश किया गया ताकि ये सभी प्रकार बंद हो जाएं। योगी आदित्यनाथ ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा केंद्र केवल वही कॉलेज होंगे जो सरकार द्वारा वित्त पोषित हैं या जो सरकार के अधीन आते हैं। क्योंकि इस तरह का पेपर लीक होने का मामला ज्यादातर प्राइवेट कॉलेजों में देखा जाता है जहां परीक्षा केंद्र होते हैं।
इस अधिकार के अलावा आदित्यनाथ ने यह भी कहा है कि हर परीक्षा हॉल में सीसीटीवी लगाए जाएंगे और जिन केंद्रों पर सीसीटीवी उपलब्ध नहीं है, वहां सरकार पेपर आयोजित करने का अधिकार नहीं देगी। 2024 से, प्रत्येक केंद्र के लिए अपने परीक्षा हॉल में सीसीटीवी रखना अनिवार्य है ताकि चैटिंग का प्रकार काफी कम हो जाएगा।